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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व-विद्यालय

स्वयं परमपिता परमात्मा द्वारा स्थापित एक वैश्विक आध्यात्मिक संगठन है, जिसका सफलतापूर्वक प्रबंधन और संचालन मातृशक्ति द्वारा, परमात्मा के निर्देशानुसार बहुत ही सुचारू रूप से किया जा रहा है। इस संस्था का लक्ष्य है; शांतिमय विश्व की पुनर्स्थापना जिसका आधार है “स्व परिवर्तन से विश्व परिवर्तन”। 

यह अनोखा संगठन पिछले कई दशकों से; मनुष्यों को सहज राजयोग की विधि सिखाने के साथ साथ, परमपिता परमात्मा से जुड़कर अपनी आंतरिक शक्तियों को जागृत करने का और उन्हें अपने जीवन में धारण करने का सुंदर अवसर प्रदान कर रहा है। साथ ही, यह संगठन, आध्यात्मिक अध्ययन द्वारा हर एक मानव के जीवन में श्रेष्ठ बदलाव लाने के लिए भी प्रतिबद्ध है। संक्षेप में, यह संस्था किसी भी मानव को राष्ट्रीयता, धर्म, जाति, पंथ, लिंग आदि के आधार पर पहचान किए बिना उनकी अलौकिकता, आध्यात्मिकता और विशिष्टता को अति स्नेह और ममतामयी पालना द्वारा निखारने में मदद करती है।

नियमित स्टूडेंट
0 लाख +
मेडिटेशन सेंटर
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रिट्रीट सेंटर
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देश
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सहज राजयोग

परमात्मा द्वारा शिक्षित राजयोग मेडिटेशन एक ऐसा अभ्यास है जिसके माध्यम से हम परमात्मा से जुड़ना सीखते हैं। राजयोग के नियमित अभ्यास से हम परमात्मा से सर्व संबंधों की अनुभूति एवं सर्व शक्तियों की स्वयं में धारणा कर सकते हैं। यह एक बेहद सरल परंतु शक्तिशाली अभ्यास है, जो कहीं भी, किसी भी समय और खुली आँखों के साथ किया जा सकता है।

अलौकिक अनुभूतियां करें

राजयोग अभ्यास के रमणीक अनुभव में खो जाने के लिए, बस कुछ क्षण का समय निकालें और हमारे मार्गदर्शन में इसका सुखद अनुभव लें। आप इसके बेहतर अनुभव के लिए हेडफ़ोन का उपयोग भी कर सकते हैं।

योग
योग
पवित्रता
पवित्रता
प्रेम
प्रेम
सुख
सुख
शांति
शांति

मुख्यालय एवं सेवाकेंद्र

राजयोग के नियमित अभ्यास द्वारा दुनिया भर में शांति के प्रकंपन फैलाने हेतु, ब्रह्माकुमारीज़ संगठन विश्व के 110 से अधिक देशों में कार्यरत है, जिसका अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू की आकर्षक अरावली पहाड़ियों में स्थित है।

अपने निकटतम राजयोग केंद्र की जानकारी के लिए, कृपया नीचे दिए गए बॉक्स का उपयोग करें।

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खोया हुआ स्वर्ग पुनः प्राप्त करना (भाग 1)

हम सभी एक ऐसे संसार में रहते हैं जो अलग-अलग देशों और धर्मों को मानने वाले लोगों से भरपूर है। हम सभी अपने लिए एक ऐसे अस्तित्व की इच्छा रखते हैं, जो बहुत सुंदर हो और जहां कोई भी दुख व अशांति न हो। हम सभी एक साथ एकजुट होकर रहना चाहते हैं और एकContinue reading

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स्वीकार्यता और समझ के साथ सहन करें

जब परिस्थितियां और लोग हमारे अनुकूल नहीं होते, तब सहन करने की शक्ति हमारी आंतरिक क्षमता को दर्शाती है। इस शक्ति के द्वारा हम खुलेपन और स्वीकार भाव के साथ साथ, सही समझ को एप्लाई करके अपने अंदर चलने वाले किसी भी टकराव को भी सॉल्व कर सकते हैं। यह शक्ति हमें सिखाती है कि,Continue reading

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रिश्तों में माफ़ करना और भूल जाना

रिश्तों में हल्के और स्टेबल रहने का एक ही मुख्य सिद्धांत है- माफ़/क्षमा करना और भूल जाना। ये एक अहम सिद्धांत है, जिसका अभ्यास करना, कभी-कभी हम लोगों को मुश्किल लगता है। इस सिद्धांत में, भूलने को माफ़ करने (फॉरगेट टू फॉर्गिव) में बदला जा सकता है। कभी-कभी किसी एक व्यक्ति विशेष के लिए हमारेContinue reading

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खुशी को तलाशें नहीं, क्रिएट करें

हममें से कई लोग खुशी जैसे सुंदर इमोशन को मुश्किल बना देते हैं और फिर ये हमें एक टेंपररी भावना लगती है। हम सभी का यह मानना है कि, अपने जीवन में रुपया पैसा, खान पान, कार, सम्पत्ति या पद कमाने के लिए हमें कर्म करने पड़ते हैं। इसके साथ ही, खुशी कमाने के लिएContinue reading

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दिन के हर पल को कीमती बनाएं

हम सभी एक ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां समय हमारे जीवन का एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण पहलू है, जिसके इर्द गिर्द हमारा जीवन घूमता रहता है। जैसे ही हम अपने दिन की शुरुआत करते हैं, ये जीवन हम सभी को कुछ मीनिंगफुल करने के लिए और दिन के हर पल को कीमती बनाने केContinue reading

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ब्रह्माकुमारीज़ के प्रकल्प

कई दशकों से ब्रह्माकुमारीज़ संस्था ने व्यक्तियों, समुदायों और राष्ट्रों के बीच ‘एकता और सद्भाव’, ‘एक विश्व- एक परिवार’ की भावना को बढ़ावा देने हेतु “वसुधैव कुटुंबकम” की प्राचीन अवधारणा का पालन करते हुए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

इस विषय विशेष में, ब्रह्माकुमारीज़ की पहल मानवता की पालना करने के साथ-साथ अन्य आवश्यक विषयों: पर्यावरण के प्रति जागरूकता, वैज्ञानिक स्वास्थ्य उपायों को आगे बढ़ाना, मूल्य-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देना और निस्वार्थ रूप से समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए योजनाओं का सफलतापूर्वक संचालन करना है।

सामाजिक

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पर्यावरण

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शिक्षा

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स्वास्थ्य

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ब्रह्माकुमारीज़ विंग्स

पिछले कई दशकों से, ब्रह्माकुमारीज़ समाज के सभी वर्गों द्वारा “शांतिमय जीवन शैली” अपनाने हेतु 20 शाखाओं के माध्यम से जागरूकता पैदा करने की कार्य में समर्पित है। इन शाखाओं द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से, लाखों लोगों के जीवन में व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए “व्यावहारिक आध्यात्मिकता” से परिचित कराया जा चुका है।

असाधारण यात्रा

एक साधारण शुरुआत से लेकर विश्व आध्यात्मिक संगठन बनने तक, ब्रह्माकुमारीज़ की यात्रा अनोखी और अविस्मरणीय है। 1936 में, शांति को आधार बनाकर एक दैवीय दुनिया स्थापन करने का बीज  स्वयं परमपिता परमात्मा शिव द्वारा बोया गया था, जिसके संस्थापक दादा लेखराज थे; जिन्हें ब्रह्मा बाबा के नाम से जाना जाता है। तब से, संगठन, स्वयं परमात्मा के दिव्य निर्देशों का पालन करते हुए और महिलाओं के नेतृत्व में, शांति की शक्ति से प्रेरित होकर इस दृष्टिकोण को विश्व पटल पर प्रत्यक्ष करने के लिए प्रतिबद्ध है।

संयुक्त राष्ट्र के साथ जुड़ाव

ब्रह्माकुमारीज़, 1980 से सभी देशों के व्यक्तियों को आध्यात्मिक रूप से सशक्त बनाने के लिए, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना समर्थन बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के साथ मिलकर काम कर रही है। 110 से अधिक देशों में फैली ब्रह्माकुमारीज़ संस्था लाखों लोगों को शांतिपूर्ण जीवन जीने में मदद कर रही है।

ब्रह्माकुमारीज़ संयुक्त राष्ट्र का एक अन्तर्राष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन है। यह संगठन 110 देशों में अपने अन्तर्राष्ट्रीय केंद्रों के नेटवर्क के माध्यम से, लोगों को उनके दैनिक जीवन को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मामलों पर अपनी राय व्यक्त करने के अवसर प्रदान करती है और सुनिश्चित करती है कि, उनके द्वारा लिखित और मौखिक संदेश बयानों या फिर अन्य किसी पब्लिकेशन के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र सम्मेलनों और बैठकों में प्रस्तुत किए जाएं।

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