
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी सशक्तिकरण की अद्भुत मिसाल
क्या नारी केवल सहनशीलता और सेवा का प्रतीक है, या उसमें नेतृत्व और दिव्यता की शक्ति भी है? ब्रह्माकुमारीज़ ने इस प्रश्न का उत्तर अपने अस्तित्व से दिया। 1936 में प्रारंभ हुई इस आध्यात्मिक यात्रा